हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , ग़ाज़ा में मासूम फ़िलिस्तीनियों पर ज़ायोनी शासन (इस्राइल) द्वारा किए जा रहे अत्याचारों और हमलों के विरोध में दुनिया के कई देशों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए।
नीदरलैंड (रॉटरडैम)
रॉटरडैम शहर में सामाजिक कार्यकर्ताओं ने स्टेडियम के बाहर इस्राइल की यूरोपीय बेसबॉल चैंपियनशिप में भागीदारी के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया।प्रदर्शनकारियों ने फ्रांस और इस्राइल के उद्घाटन मैच से पहले दर्शकों का रास्ता रोका।
मांग की गई कि इस्राइली टीमों पर अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिबंध लगाया जाए, क्योंकि इस्राइल खेलों का इस्तेमाल अपने युद्ध अपराधों को छुपाने के लिए करता है।पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया।
फ्रांस (पेरिस)
पेरिस में एक बड़ा प्रदर्शन हुआ जहाँ लोगों ने ग़ाज़ा में हो रहे नरसंहार को तुरंत रोकने की माँग की।आम नागरिकों की हत्याओं और उन्हें भूख से मरने पर मजबूर करने की निंदा की गई।
प्रदर्शनकारियों ने इस्राइली अधिकारियों के ख़िलाफ़ कानूनी कार्यवाही और इस्राइल पर राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य प्रतिबंध लगाने की माँग की।
जर्मनी (डसेलडॉर्फ़)
वामपंथी पार्टी फ्रीडम फ़ॉर डसेलडॉर्फ़ और अन्य फ़िलिस्तीन समर्थक समूहों ने रैली निकाली।ग़ाज़ा में हो रहे नरसंहार की निंदा की गई।जर्मन सरकार से इस्राइल का समर्थन बंद करने की माँग की।
यूनान (एथेंस)
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने राजधानी में जुलूस निकाला।संसद के सामने फ़िलिस्तीनी झंडा लहराया।बैनरों पर युद्ध समाप्त करने और ग़ाज़ा की नाकाबंदी हटाने की माँगें दर्ज थीं।
पोलैंड (वारसा)
वारसा में प्रदर्शनकारियों ने फ़िलिस्तीन की स्वतंत्रता और इस्राइल को युद्ध अपराधों के लिए ज़िम्मेदार ठहराने की माँग की।
स्वीडन (स्टॉकहोम)
स्टॉकहोम में एक विरोध रैली में प्रदर्शनकारियों ने इस्राइली हिंसा को रोकने के लिए ठोस क़दम, राजनयिक संबंध तोड़ने और प्रतिबंध लगाने की अपील की।
बोस्निया और हर्ज़ेगोविना
यहाँ भी लोगों ने सड़कों पर उतरकर विरोध दर्ज किया।नरसंहार बंद करो” के नारे लगे।यह प्रदर्शन फ़िलिस्तीन एसोसिएशन बोस्निया और स्थानीय संगठनों ने मिलकर किया।
मोरक्को (टांगे और अग़ादीर)
रात में "समूद बेड़े" (फ़िलिस्तीनी समर्थन अभियान) के समर्थन में विरोध प्रदर्शन हुए।कई सामाजिक संगठनों और नागरिकों ने भाग लिया।
मोरक्को की महिला संगठनों ने भी इस्राइल के बहिष्कार और विश्व महिला शांति सम्मेलन में उसकी भागीदारी का विरोध किया।
ट्यूनिशिया (ट्यूनिस)
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने नगरपालिका थिएटर के सामने प्रदर्शन किया।बच्चों समेत प्रदर्शनकारियों ने युद्ध के अंत, सीमाएँ खोलने और खाद्य व चिकित्सा सहायता की माँग की।
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